Shabad Interpretation in English:
Behold the flowers flowering, and the blossoms blossoming forth! Renounce
and abandon your egotism. Grasp hold of His Lotus Feet. You meet with God, O
blessed one. O my mind, remain conscious of the Waheguru Almighty. The tender
young plants smell so good, while others remain like dry wood. The season of
spring has come; it blossoms forth luxuriantly. Now, the Dark Age of Kali Yuga
has come. Plant the seed of Waheguru’s Naam, the Name of the One Lord. It is
not the season to plant other seeds. Do not wander lost in doubt and delusion. One finds Waheguru the Almighty with Guru’s help, and those who have such a
destiny. O mortal, this is the season of the Naam. Nanak utters the Glorious Praises
of the Lord Waheguru.
Shabad Veyakhaya in Punjabi:
Shabad Interpretation in Hindi:
हे मेरे मन देख चारों ओर फूल ही फूल खिले हुऐ हैं. तूं अपने मन का अहंकार त्याग के अपने को समर्पण कर. मेरे मन, हरी का चितवन कर. हरी चरनन मे समर्पण कर के तुम प्रभु मिलन का सुभाग प्राप्त कर सकते हो. जब बसंत ऋतु आती है वृक्ष हरिआली ओर सुगंध से खिल उठते हैं. पर कुछ वृक्ष सूके ओर कठोर भी रह जाते हैं. अब कलजुग का गया है, परमात्मा के नाम के बीज का आरोपण कर. यह समय किसी ओर बीज को बीजने का नहीं है, किसी भरम में मत रह जाना. जिन के भाग्य मे प्रभु ने लिखा है उनह गुरु के मिलन से परमात्मा की प्राप्ती होती है. मेरे मन यह ऋतु नाम सिमरन की है. नानक तो प्रभु स्तुति मे मगन है.
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