Your Name is the medicine, O Merciful Lord. I am so miserable, I do not know Your state; You Yourself cherish me, Lord. Take pity on me, O my Lord and Master, and remove the love of duality from within me. Break my bonds, and take me as Your own, so that I may never come to lose. Seeking Your Sanctuary, I live, almighty and merciful Lord and Master. Twenty-four hours a day, I worship God; Nanak is forever a sacrifice to Him.
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हे दयावान प्रभु, तेरा नाम सिमरन ही सभी कष्टों की दावा है. मैं बहुत दुखी हूँ प्रभु, तुझे समझ नहीं
पाया, तूं आप ही मेरी परवरिश कर. हे प्रभु, मेरे स्वामी मेरे पे दया कर मेरी दुभिदा का निवारण कर. मेरे बन्धनों को तोड़ और मुझे अपना बना ले, फिर मुझे कभी हार का मुह देखना न पढ़े. हे समरथ मेहरवान प्रभु मैं तेरी शरण में जीवन बतीत करना चाहता हूँ. नानक कहते हैं, हे भाई मै उस प्रभु पे कुर्बान जाता हूँ और आठ पहर उस की आराधना में वलीन रहना चाहता हूँ. |
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