My dear friend Waheguru is dear to me, He is always with me, beside me. My beloved Lord is dearer to me than my life; I have seen Him with my own eyes! I have seen Him living hidden in every being. He is a beloved sweetest nectar. He is always near but fools cannot find Him and they are unable to relish the joy being with Him. Those intoxicated in maya remain busy in trivial affairs, remain in illusions and cannot meet the Lord. Says Nanak, without the Guru, one cannot understand the Lord, the friend who is standing near everyone.
Shabad Vayakhaya in Punjabi:
Shabad Interpretation in Hindi:
हे मेरे भाई, मेरा परम मित्र प्रभु हर समय मेरे संग साथ है. मेरा प्रिय प्रीतम मुझे अपनी जान से भी पयार है. मै ने उसे अपनी आँखों से देखा है. मैने उसे हर जीव में अद्रिश अवस्था मे पाया है. वोह प्रीतम, मधुर अमृत सामान है. प्रभु परमात्मा हर समय हमारे साथ है पर मूरख लोग उसे देख नहीं पाते और प्रभु मेल से वंचित रह जाते हैं. जो व्यक्ती माया के नशे और संसारी उलझनों में मस्त रहते हैं, प्रभु मिलन से दूर हो जाते हैं. नानक कहते हैं, हे भाई गुरु बिना यह समझना मुश्किल है, कि सभ का मित्र परमात्मा, सभी मनुष्य जानो के अंग संग है.
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